टैली को प्रैक्टिकली हम पिछले 3 Chapter से शुरू कर चुके है लेकिन की भी इंटर करने से पहले या आगे बढ़ने से पहले हमें टैली के 3 टॉपिक के बारे में अभी भी समझना जरूरी है।
- वाउचर (voucher)
- लेजर (ledgers)
- ग्रुप्स (groups)
टैली में ये 3 चीजें क्या होती है और इसके क्या उसे है ये जानना जरूरी है तो फ़िलहाल हम इस पोस्ट में वाउचर के बारे में समझेंगे
Definition of Voucher
चलते है उस जमाने में जब कंप्यूटर बहुत ही कम हुआ करता था और Accounting सॉफ्टवेअर का तो नाम ही नहीं था । लेकिन तब भी लोग accounting का तो काम ही करते थे तो उस जमाने में अकाउंटिंग का काम कैसे होता होगा
वाउचर का मतलब होता है ऐसा पेपर जिसपे कुछ लिखा जाता हो
अब अगर मैं बिजनेस कर रहा हु मॉल खरीद भी रहा हु, बेच भी रहा हु, मॉल उधार भी खरीद रहा हु और उधर भी बेच रहा हु तो किसी से पेमेंट ले भी रहा हु और किसी को पेमेंट दे भी रहा हु ।
अब मुझे इतने सारे ट्रांजैक्शन हो रहे है मैं इन्हें कई लिखूंगा नहीं तो मुझे कैसे पता चलेगा कि मेरे बिजनेस में क्या हो रहा है मुझे उधारी का पता कहा से चलेगा
तो इन्हीं सब लेनदेन का हिसाब रखने के लिए लोग अलग अलग खाता रजिस्टर में अलग अलग हिसाब रखते थे
जैसे मॉल खरीदना तो उसके लिए अलग रजिस्टर , मॉल बेचा तो उसके लिए अलग रजिस्टर, किसी को मॉल उधार दिए तो उसके लिए अलग रजिस्टर मॉल उधार लिए उसके लिए अलग रजिस्टर
तो इन्हीं रजिस्टर को वाउचर कहा जाता है यानि वो प्रति जिसपे कुछ लिखा जाता हो
Accounting software
अब जमाना हो गया है डिजिटल एकाउंटिंग का काम आसान करने के लिए कई एकाउंटिंग सॉफ्टवेयर आ चुके है उन्हीं में इस एक सॉफ्टवेयर है tally ERP9
और टैली EPR9 में भी इन सभी अलग अलग तरह के लेनदेन को रखने के लिए अलग अलग वाउचर होते है जिसे टैली की लैंग्वेज में अकाउंटिंग वाउचर कहते है
तो अब अलग अलग रजिस्टर की बजाए टैली EPR9 में सीधे ही वाउचर में एंट्री करके वो अब हिसाब इतनी आसानी से रखना जा सकता है जिसे रखने के लिए लोगो को बहुत ज्यादा मेहनत करनी पड़ती थी।
और हाथ से अकाउंटिंग करने वाले बहुत ही कम अकाउंटेंट हुआ करते थे और आज इन्हीं अकाउंटिंग सॉफ्टवेयर की वजह से कई लोगों को अकाउंटिंग सीखने का भी और अकाउंटिंग का काम बड़ी आसानी से करने का मौका मिला है।
तो जैसे कि मैने बताया टैली EPR9 में भी वाउचर होते हैं जिसे अकाउंटिंग वाउचर कहते है और अलग अलग एंट्रीज को करने के लिए अलग अलग वाउचर होते है तो अब इसी के बारे में डिटेल में बात करते है ।
Types of vouchers
एक बिजनेस में कई तरह के लेनदेन होते हैं। जैसे
- purchase of goods – यानि मॉल खरीदना
- Sales of goods – यानि मॉल बेचना
- Payment – किसी को मॉल खरीदना के बदले पेमेंट करना या सैलरी देना के बदले पेमेंट करना
- Recipt – किसी भी मॉल बेचने के बदले पेमेंट करना इत्यादि।
तो इन सभी अलग अलग ट्रांजैक्शन को रिकॉड करने के लिए टैली EPR9 में अलग अलग वाउचर होते है जिन्हें अकाउंटिंग वाउचर कहा जाता है।
वैसे टैली EPR9 में 22 वाउचर होते है लेकिन फ़िलहाल हमारे बेसिक कोर्स में केवल 8 ही वाउचर ऐसे है जो हमारे काम आयेंगे बाकी के वाउचर ऐसे है जो बड़ी बड़ी फैक्ट्रीज में ही काम में लिए जाते है तो फ़िलहाल हम इन्हीं 8 वाउचर के बारे में बात करेंगे जो इस प्रकार है।
- Purchase vouchar (F9) – पर्चेस की एंट्री करने के लिए पर्चेस वाउचर का उसे किया जाता है यानि अपने किसी तरह का कोई भी मॉल किसी से भी खरीदना उसकी आपको एंट्री करनी है इस वाउचर में एंट्री की जाती है और F9 इसका शॉर्टकट है।
- Sales vouchar (F8) – सेल्स के एंट्री के लिए वाउचर के उसे किया जाता है यानि अपनी किसी तरह का कोई भी मॉल किसी को भी बेचा उसकी एंट्री इस वाउचर में होती है और F8 इसका शॉर्टकट है ।
- Payment voucher (F5) – जैसे कि नाम से ही पता चल रहा है जब भी हम किसी को नकद या बैंक द्वारा पेमेंट करेंगे तो उसकी एंट्री इस वाउचर में होगी और उसका शॉर्टकट है F5
- Recipt voucher (F6) – इसका भी नाम से ही पता चल रहा है जब भी हमे किसी से नकद रुपए या बैंक में रूपये प्राप्त होंगे तो उसकी इस वाउचर में होगी और इसका शॉर्टकट है F6
- Contra voucher (F4) – इस वाउचर में केवल 3 ही तरह की एंट्री की जाती है पहले आपने नकद रुपए को बैंक में जमा कराएंगे तब दूसरी अपने बैंक खाते से नकद रुपए निकलवाएंगे तब और तीसरी अपने ही किसी एक खाते से अपने ही किसी दूसरे खाते में पैसे जमा कराएंगे यानि कैश तो बैंक और बैंक तो कैश ये 3 ही एंट्रीज इस वाउचर में होगी और इसका शॉर्टकट है F4
- Journal voucher (F7) – हम पर्चेस की एंट्री के वाउचर में ही कर सकते है सेल्स के वाउचर में नहीं उसी तरह सेक्स की एंट्री सेल्स के वाउचर में ही कर सकते है पर्चेस के वाउचर हैं जिसमे किसी भी तरह की एंट्री की जा सकती है पर्चेस की सेल्स की पर्चेस की या रिसिप्ट की। लेकिन जब पर्चेस , सेल्स, पेमेंट और रिसिप्ट के लिए अलग अलग वाउचर बने हुए है जो journal वाउचर का क्या उसे है हम आगे कोर्स में सीखेंगे क्योंकि यानि मैं वाउचर है जिसमे हमें थोड़ी मेहनत करने की जरुरत है बाकी सब में एंट्री करना आसान है इस वाउचर में एंट्री करने के लिए dr. ओर Cr. करना आना ज़रूरी है
- Debit note/purchase return (CTRL+F9) – पर्चेस की एंट्री करने के लिए पर्चेस का वाउचर है इसी तरह जब हम खरीदना हुआ मॉल वापस लौट देते हैं तो उसकी एंट्री डेबिट नोट में की जाती है जिसका शॉर्टकट है CTRL+F9 या अगर हमे किसी के खाते से पैसे काटने हों तो उसकी डेबिट नोट में की जाती है जो हम आगे चलकर सीखेंगे
- Credit note/sales return (CTRL+F8) – उसी तरह जैसे सेल्स की एंट्री के वाउचर में की जाती है तो हमारे द्वारा बेचा गया मॉल अगर कस्टमर हमे वापस लौटा देता है तो उसकी एंट्री क्रेडिट नोट में भी जिसका शॉर्टकट है CTRL +F8 या अगर हमारे खाते से कोई पैसा कट ता है तो उसकी भी एंट्री क्रेडिट नोट में होती है इसे भी हम आगे चलकर सीखेंगे
Highlights
तो दोस्तो ये है वो 8 वाउचर जो हमारे काम आने वाले है जो by one इस तरह है।
- F4 – contra voucher
- F5 – payment voucher
- F6 – recipt voucher
- F7 – journal voucher
- F8 – sales vouchar
- F9 – purchase vouchar
- CTRL+F8 – credit note vouchar/ sales return
- CTRL+ F9 – debit note vouchar/ purchase return
तो अब टैली EPR9 ये वाउचर कहा होते है उसके लिए आप दिए गया वीडियो देखने जिसमें आपको आसानी से समझ में आ जाएगा उम्मीद करता हु कि आपको अच्छे से समझ में आ गया होगा कि वाउचर किसे कहते है और इनका क्या यूज है।